_*अनवारे शरिअत (पोस्ट न. 10)*_
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*﷽*
_*💦वज़ू का बयान*_
_*सवाल : - वज़ू करने का तरीका क्या है ।*_
_*जवाब : - वजू करने का तरीका यह कि पहले तसमिया ( बिस्मिल्लह ) पढ़े फिर मिसवाक करे अगर मिसवाक न हो तो उंगली से दांत मसले फिर दोनों हाथों को गट्टों तक तीन बार धोए पहले दाहिने हाथ पर पानी डाले फिर बाएं हाथ पर दोनों हाथों को एक साथ न धोए फिर दाहिने हाथ से तीन बार कुल्ली करे फिर बाएं हाथ की छोटी उंगली से नाक साफ करे और दाहिने हाथ से तीन बार नाक में पानी चढ़ाए फिर पूरा चेहरा धोए यानी पेशानी पर बाल उगने की जगह से ढोड़ी के नीचे तक और एक कान की लौ से दूसरे कान की लौ तक हर हिस्सा पर तीन बार पानी बहाए इसके बाद दोनों हाथ कुहनियों समेत तीन बार धोए उंगलियों की तरफ से कुहनियों के ऊपर तक पानी डाले कुहनियों की तरफ़ से न डाले फिर एक बार दोनों हाथ से पूरे सर का मसह करे फिर कानों का और गर्दन का एक एक बार मसह करे फिर दोनों पांव टखनों समेत तीन बार धोए ।*_
_*सवाल : - धोने का क्या मतलब क्या है ।*_
_*जवाब : - धोने का मतलब यह है कि जिस चीज़ को धोवो उसके हर हिस्सा पर पानी बह जाए ।*_
_*सवाल : - अगर कुछ हिस्सा भीग गया मगर उस पर पानी नहीं बहा तो वज़ू होगा या नहीं ।*_
_*जवाब : - इस तरह वज़ू हरगिज़ न होगा भीगने के साथ हर हिस्सा पर पानी बह जाना ज़रूरी है ।*_
_*सुवाल : - वज़ू में कितनी चीजें फ़र्ज़ हैं ।*_
_*जवाब : - वज़ू में चार चीजें फ़र्ज़ हैं । (1)अव्वल मुंह धोना यानी बाल निकलने की जगह से ठोड़ी के नीचे तक और एक कान की लौ से दूसरे कान की लौ तक*_
_*(2)दूसरा कुहनियों समेत दोनों हाथ धोना*_
_*(3)तीसरा चौथाई सर का मसह करना यानी भीगा हुआ हाथ फेरना*_
_*(4)चौथा दोनों पांव टखनों समेत धोना ।*_
_*सवाल : - वज़ू में सुन्नतें कितनी हैं ।*_
_*जवाब : - वज़ू में सुन्नतें सोलह हैं नीयत करना , तस्मिया पढ़ कर शुरु करना , दोनों हाथों को गट्टों तक तीन बार धोना , मिसवाक करना , दाहिने हाथ से तीन बार कुल्लियां करना दाहिने हाथ से तीन बार नाक में पानी चढ़ाना , बाएं हाथ से नाक साफ़ करना , दाढ़ी का खिलाल करना , हाथ पांव की उंगलियों का खिलाल करना हर उज़्व को तीन तीन बार धोना , पूरे सर का एक बार मसह करना , कानों का मसह करना , तरतीब से वज़ू करना , दाढ़ी के जो बाल मुंह के दायरे के नीचे हैं उनका मसह करना , आज़ा को पैदर पै धोना , हर मकरुह बात से बचना ।*_
_*सवाल : - वज़ू में कितनी बातें मकरुह हैं ।*_
_*जवाब : - वज़ू में इक्कीस बातें मकरुह हैं । औरत के गुस्ल या वज़ू के बचे हुए पानी से वज़ू करना । वजू के लिए नजिस जगह बैठना , नजिस जगह वजू का पानी गिराना , मस्जिद के अन्दर वजू करना , वजू के आज़ा से बरतन में क़तरे टपकाना , पानी में रींठ या खंकार डालना । किबला की तरफ़ थूक या खंकार डालना या कुल्ली करना । बेज़रूरत दुनियां की बातें करना , ज़रूरत से ज़्यादा पानी खर्च करना , पानी इस कदर कम खर्च करना कि सुन्नत अदा न हो , मुंह पर पानी मारना , मुंह पर पानी डालते वक़्त फूंकना , सिर्फ एक हाथ से मुंह धोना , गले का मसह करना , बाए हाथ से कुल्ली करना या नाक में पानी डालना , दाहिने हाथ से नाक साफ़ करना , अपने लिए कोई लोटा वगैरह खास कर लेना , तीन नए पानियों से तीन बार सर का मसह करना जिस कपड़े से इसतिनजा का पानी खुश्क किया हो उससे आज़ाए वुजू पोंछना , धूप के गर्म पानी से वजू करना , किसी सुन्न्त को छोड़ देना ।*_
_*सवाल : - किन चीजों से वजू टूट जाता है ।*_
_*जवाब : - पाखाना या पेशाब करना , पाख़ाना पेशाब के रास्ते से किसी और चीज़ का निकलना , पाखाना के रास्ते से हवा का निकल जाना , बदन के किसी मुकाम से खून या पीप निकलकर ऐसी जगह बहना कि जिसका वजू या गुस्ल में धोना फ़र्ज़ है , खाना पानी या सफ़रा की मुंह भर कै आना , इस तरह सो जाना कि जिस्म के जोड़ ढीले पड़ जाएं , बेहोश होना जुनून होना , गशी होना , किसी चीज़ का इतना नशा होना कि चलने में पांव लड़खड़ाएं , रुकू और सज्दा वाली नमाज़ में इतनी ज़ोर से हंसना कि आस पास वाले सुनें , दुखती आंख से आंसू बहना , इन तमाम बातों से वज़ टूट जाता है ।*_
_*📗अनवारे शरिअत, सफा 25/26/27/28*_
_*🖋️तालिबे दुआँ-ए- मग़फिरत*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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